पावरफुल लोग यह बात समझते हैं कि उनका एक-एक शब्द वजन रखता है, इसलिए वे
कार्यस्थल पर एक-एक शब्द तौलकर और संतुलित तरीके से बोलते हैं। अगर आप भी
पावरफुल बनना चाहते हैं तो इन वाक्यों को बोलने से परहेज करें। हम बता रहे
हैं आपको पांच ऐसे वाक्य जिससे परहेज करके आपभी पावरफुल बन सकते हैं।
अकसर आपने देखा होगा कि जब कोई आपसे कोई बात मनवाना चाहता है या खुद को पारदर्शी दिखाना चाहता है तो कहता है, ‘आपको सच बताऊं तो’ या ‘ईमानदारी से कहता हूं’।पावरफुल लोग ऐसे वाक्यों का कार्यस्थल पर कभी इस्तेमाल नहीं करते हैं। एक तरीके से ये शब्द दर्शाता है कि वे झूठ भी बोल सकते हैं और उनकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़े होते हैं। पावरफुल लोग कोई भी बात मनवाते या कहते समय कोई शर्त नहीं रखते हैं।
कई लोग कहते हैं कि मैं किसी की मदद नहीं लेता हूं, जो करता हूं अपने दम पर करता हूं। ये वाक्य बहुत ही तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। जबकि हकीकत यह है कि दुनिया में हर चीज एक-दूसरे से जुड़ी है और पावरफुल लोग इस बात को अच्छी तरह से समझते हैं। वे दूसरों के साथ मिलकर काम करते हैं और अपने काम को बेहतर और सफल बनाते हैं। पावरफुल लोग विशेषकर जब किसी टीम का नेतृत्व कर रहे होते हैं तो किसी से भी मदद मांगने, राय मांगने या फीडबैक मांगने में तनिक भी संकोच नहीं करते हैं। वे ऐसा काम नहीं करते हैं जिससे कि लोगों का उन पर से भरोसा खत्म हो जाए।
पावरफुल लोग समस्याओं को पसंद करते हैं। वे उनसे दूर भागने की कोशिश नहीं करते हैं। कार्यस्थल पर वे चुनौतियों का सामना करते हैं और उनको समाधान में बदलते हैं।वे जिम्मेदारी से भागते नहीं है बल्कि यह कहकर इसे गले लगाते हैं, ‘यह मेरे पर है’ या ‘मैं इसे हैंडल करूंगा।’ जब जिम्मेदारी लेने की बात आती है तो वे बढ़कर आगे आते हैं और जब क्रेडिट लेने की बात आती है तो वे दूसरों का ख्याल रखकर खुद को पीछे रखते हैं। वे लोकप्रियता के स्थान पर सम्मान चाहते हैं।
पावरफुल लोग कभी भी यह नहीं कहते हैं कि यह काम ‘असंभव’ है। इसकी बजाए वे यह कहते हैं कि मैं यह कर सकता हूं।
girijesh kumar chaubey
अकसर आपने देखा होगा कि जब कोई आपसे कोई बात मनवाना चाहता है या खुद को पारदर्शी दिखाना चाहता है तो कहता है, ‘आपको सच बताऊं तो’ या ‘ईमानदारी से कहता हूं’।पावरफुल लोग ऐसे वाक्यों का कार्यस्थल पर कभी इस्तेमाल नहीं करते हैं। एक तरीके से ये शब्द दर्शाता है कि वे झूठ भी बोल सकते हैं और उनकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़े होते हैं। पावरफुल लोग कोई भी बात मनवाते या कहते समय कोई शर्त नहीं रखते हैं।
कई लोग कहते हैं कि मैं किसी की मदद नहीं लेता हूं, जो करता हूं अपने दम पर करता हूं। ये वाक्य बहुत ही तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। जबकि हकीकत यह है कि दुनिया में हर चीज एक-दूसरे से जुड़ी है और पावरफुल लोग इस बात को अच्छी तरह से समझते हैं। वे दूसरों के साथ मिलकर काम करते हैं और अपने काम को बेहतर और सफल बनाते हैं। पावरफुल लोग विशेषकर जब किसी टीम का नेतृत्व कर रहे होते हैं तो किसी से भी मदद मांगने, राय मांगने या फीडबैक मांगने में तनिक भी संकोच नहीं करते हैं। वे ऐसा काम नहीं करते हैं जिससे कि लोगों का उन पर से भरोसा खत्म हो जाए।
पावरफुल लोग समस्याओं को पसंद करते हैं। वे उनसे दूर भागने की कोशिश नहीं करते हैं। कार्यस्थल पर वे चुनौतियों का सामना करते हैं और उनको समाधान में बदलते हैं।वे जिम्मेदारी से भागते नहीं है बल्कि यह कहकर इसे गले लगाते हैं, ‘यह मेरे पर है’ या ‘मैं इसे हैंडल करूंगा।’ जब जिम्मेदारी लेने की बात आती है तो वे बढ़कर आगे आते हैं और जब क्रेडिट लेने की बात आती है तो वे दूसरों का ख्याल रखकर खुद को पीछे रखते हैं। वे लोकप्रियता के स्थान पर सम्मान चाहते हैं।
पावरफुल लोग कभी भी यह नहीं कहते हैं कि यह काम ‘असंभव’ है। इसकी बजाए वे यह कहते हैं कि मैं यह कर सकता हूं।
girijesh kumar chaubey