पहली नजर में यह फोटो असाधारण नहीं लगता, लेकिन इसमें गहरी बातें छिपी हैं। यह पेरिस की सड़क का फोटो है, जिसे 1838 में फ्रांसीसी आर्टिस्ट एवं फोटोग्राफर लुईस देगुरे ने क्लिक किया था। काफी दूर से लिए गए इस फोटो में उन्होंने 'सुनसान' सड़क पर जूता पॉलिश करवाते व्यक्ति को दिखाया है। फोटो में तकनीक और कला दोनों होने के कारण इसे 'देगुरोटाइप' कहा गया।
फोटोग्राफी के इतिहास में यह पहला फोटो है, जिसमें इंसान ने इंसान को दिखाया है। इस फोटो को एक्सपोजर में सात मिनट लगे थे। वहां पता चला था कि फोटो में जूता पॉलिश कराने करने वाले के अलावा कोई दिखा ही नहीं, जबकि देगुरे ने बताया था कि वहां घोड़ागाड़ी और पैदल चलने वाले कई लोग थे। उनकी गति ज्यादा होने के कारण फोटो में कोई दिखाई नहीं दिया। दागुएरे का कैमरा पॉलिश कराने वाले की ओर था।
फोटो की ज्यादा डिटेलिंग में शू पॉलिश करने वाले के पास एक घोड़ागाड़ी दिख रही है, जिसमें दो महिलाएं हैं। इसके अलावा इमारत की दूसरी मंजिल की खिड़की में बच्चा दिखाई दे रहा है। यह उस फोटो के करीब है, जिसे इतिहास का पहला फोटो (1826-27) माना जाता है। उसे जोसेफ नाइसफोर ने खींचा था। वे देगुरे के सहयोगियों में से एक थे।