DUNIA KA PAHLA PHOTO SHOT
पहली नजर में यह फोटो असाधारण नहीं लगता, लेकिन इसमें गहरी बातें छिपी हैं। यह पेरिस की सड़क का फोटो है, जिसे 1838 में फ्रांसीसी आर्टिस्ट एवं फोटोग्राफर लुईस देगुरे ने क्लिक किया था। काफी दूर से लिए गए इस फोटो में उन्होंने 'सुनसान' सड़क पर जूता पॉलिश करवाते व्यक्ति को दिखाया है। फोटो में तकनीक और कला दोनों होने के कारण इसे 'देगुरोटाइप' कहा गया।
फोटोग्राफी के इतिहास में यह पहला फोटो है, जिसमें इंसान ने इंसान को दिखाया है। इस फोटो को एक्सपोजर में सात मिनट लगे थे। वहां पता चला था कि फोटो में जूता पॉलिश कराने करने वाले के अलावा कोई दिखा ही नहीं, जबकि देगुरे ने बताया था कि वहां घोड़ागाड़ी और पैदल चलने वाले कई लोग थे। उनकी गति ज्यादा होने के कारण फोटो में कोई दिखाई नहीं दिया। दागुएरे का कैमरा पॉलिश कराने वाले की ओर था।
फोटो की ज्यादा डिटेलिंग में शू पॉलिश करने वाले के पास एक घोड़ागाड़ी दिख रही है, जिसमें दो महिलाएं हैं। इसके अलावा इमारत की दूसरी मंजिल की खिड़की में बच्चा दिखाई दे रहा है। यह उस फोटो के करीब है, जिसे इतिहास का पहला फोटो (1826-27) माना जाता है। उसे जोसेफ नाइसफोर ने खींचा था। वे देगुरे के सहयोगियों में से एक थे।
AB NAHI BADALNA PADEGA MOBILE NO.
अब आप देश में कहीं भी जाएं, नहीं बदलना पड़ेगा Mobile No.
दूरसंचार विभाग ने इस संबंध में टेलीकाम ऑपरेटरों से कहा है कि पूर्ण मोबाइल नंबर पोर्टिबिलिटी सेवा अप्रैल 2014 शुरू की गई लेकिन इसको लागू करने की प्रौद्योगिकी को अब तक पूरी तरह से कंपनियों के नहीं अपनाने से वह निराश है। विभाग ने इसको दूर करते हुए तीन मई 2015 तक पूरे देश में एमएनपी लागू करने के लिए कहा है।
अभी सिर्फ एक ही सर्किल के भीतर एमएनपी की सुविधा दी गई है लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर यह सेवा नहीं होने से एक सर्किल से दूसरे सर्किल में स्थानातंरित होने वाले ग्राहको को अपना मोबाइल नंबर बदलना पड़ता है। यदि पूर्ण एमएनपी लागू हो जाता है तो सर्किल बदलने पर भी ग्राहक चाहे तो पुराना मोबाइल नंबर रख सकेंगे भले ही उनके ऑपरेटर बदल जाएंगे।
देश में 22 टेलीकाम सर्किल है और पूर्ण एमएनपी से बिना मोबाइल ऑपरेटर बदले किसी भी सर्किल में एक ही मोबाइल नंबर के उपयोग की आजादी मिल जाएगी। हालांकि ऑपरेटर बदलने के लिए ग्राहक को एक एसएमएस करना होगा।
एमएनपी के लिए ग्राहक को मोबाइल फोन से 10 अंकों का मोबाइल नंबर लिखकर उसे यूनिक नंबर 1900 पर एसएमएस भेजना होगा। एसएमएस भेजते ही आठ अंकों का यूनिक पोर्टिंग कोड (यूपीसी) ग्राहको मिल जाएगा। इस कोड को एक निर्धारित फार्मेट एमएनपी, कस्टमर एप्लीकेशन फार्म के साथ कंपनी के आउटलेट पर एक फोटो और आवासीय प्रमाण के साथ जमा कराना होगा।
इसके बाद नई कंपनी उन ग्राहको को यह सुनिश्चित करने के बाद नई सिम जारी करेगी कि कोई बकाया तो नहीं है। इसके लिए पुरानी कंपनी से जानकारी ली जाएगी। प्रक्रिया पूर्ण होने में लगने वाले घंटे एसएमएस के माध्यम से ग्राहक को बतायी जाएगी। इसके लिए ग्राहक को 19 रुपए का भुगतान करना पड़ता है।
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