आप भीcomputer ko refresh करते हैं तो बदल लें ये आदत, जानिए क्यों?

Computer Refresh 
computer ya laptop user refresh ऑप्शन का यूज करता है। कंप्यूटर में जरा सी भी दिक्कत आने पर एकमात्र इसी ऑप्शन को यूजर बार-बार यूज करता है। इसका यूज कभी राइट क्लिक करके रिफ्रेश ऑप्शन से तो कभी एफ5 बटन दबाकर करते हैं। लेकिन अब तक आप यही सोच कर इसे यूज करते आए होंगे कि यह कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम, रैम और मेमोरी को रिफ्रेश करके इसे आराम से चलने में मदद करता है। लेकिन आपकी यह सोच वास्तव में गलत है।
ये होता रिफ्रेश का सही काम
आपको शायद जानकर हैरानी होगी कि रिफ्रेश से ऐसा कुछ भी नहीं होता है जो अब तक आप सोचते आए हैं। आप अपने कंप्यूटर पर आप जो डेस्कटॉप देखते हैं वो वास्तव में विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम का एक फोल्डर होता है। डेस्कटॉप को इस तरह से प्रोग्राम किया गया है कि यह अपने आप रिफ्रेश होता रहता है। इस फोल्डर के कंटेंट में जैसे ही कोई बदलाव आता है यह अपने आप रिफ्रेश होकर उन चेंजेज को शो कर देता है। मान लीजिए की कोई नई फाइल डेस्कटॉप पर पेस्ट होने या फिर प्रोग्राम का आइकन बनने पर यह अपने आप उसे वहां शो कर देता है। लेकिन कई बार ऐसा अपने आप नहीं हो पाता और चेंजेज डेस्कटॉप पर दिखाई नहीं देते। इसी काम के लिए रिफ्रेश का ऑप्शन दिया गया है, ताकि ऐसा नहीं होने पर आप इसे मेनुअली कर कसें।
Computer में Refresh का मतलब वो नहीं होता जो अब तक आप समझते आए हैं
डेस्कटॉप पर ऐसे समय करें Refresh Use
कंप्यूटर डेस्कटॉप पर नए बनाए गए मूव, सेव, रीनेम या डिलीट किए गए फोल्डर्स या फाइल्स नहीं दिखें। इसके अलावा डेस्कॉटाप के आइकन री-अलाइन करने हों। यदि डेस्कटॉप आपका बनाया कोई आइकन न नहीं दिख रहा हो। इसके अलावा किसी थर्ड पार्टी एप्लीकेशन द्वारा बनाई गई फाइल्स डेस्कटॉप पर शो नहीं हो रही हो।
रिफ्रेश करने से यह होता है
जब आप उपरोक्त बताई गई कंडीशंस में डेस्कटॉप को रिफ्रेश करते हैं तो उसके बाद अपडेटेड कंटेंट दिखने दिख जाता है। कंप्यूटर डेस्कटॉप को मेनुअली रिफ्रेश करने पर उस पर मौजूद कंटेंट पहले फोल्डर, फिर फाइल्स के ऑर्डर में नाम के हिसाब से री-ऑर्डर हो जाता है।
आदत पड़ गई है तो बदल लें
बहुत से कंप्यूटर अथवा लैपटॉप यूजर अक्सर ही डेस्कटॉप को रिफ्रेश करते रहते हैं, जिसकी पीछे की उनकी यही सोच होती है कि ऐसा करने पर उसका सिस्टम सही तरह से काम करता रहेगा। इसके अलावा यूजर कंप्यूटर के स्लो हो जाने पर भी ऐसा ही करते हैं, लेकिन वास्तव में इसका कोई फायदा नहीं, यह बेमतलब की आदत है तथा इसे बदलने की कोशिस करें।